Thursday, 2 August 2012

Siloso Beach, Singapore
                       शाम के रंग इतने गहरे क्यों हो जाते हैं कि उनमें जो भी खोता है , अपनी पसंद के शैड्स को ढूंढ लेता है ..........शामें - रूमानियत भरी , उदास-सी , मस्ती वाली । शाम को दिन भर उजाला करके थके हुए सूरज को डूबते देखना अपने आप में एक दर्शन है .....कुछ के लिए निराशा का तो कुछ के लिए फिर से एक नई सुबह के विश्वास का !

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