Friday, 3 August 2012

In Lobby, Hotel Sheraton , Hanoi [Vietnam]
जलकर पाना जो सीख लेता है , वहां उपेक्षा , स्वसुख , यश आदि भाव गौण हो जाते हैं ........ईश्वर से दुआ इसी बात की है कि वो सबको ऐसा बनाए जो औरों के लिए और  उनके जीवन के उजाले के लिए खुद को जलाना स्वीकार कर ले ..............!!!

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